स्वामी बाबा कुंड तरौली मथुरा Swami Baba Kund Tarauli Mathura का ऐसा चमत्कारिक कुंड है जिसमे स्नान करने और इसकी रज को अपने शरीर पर लगाने से कुष्ठ रोग तथा सभी प्रकार के चर्म रोग दूर हो जाते हैं । वर्षों से इस कुंड में स्नान करने के लिए बड़ी दूर दूर से लोग आते है और बताते हैं कि उनकी जो भी समस्या थी वो इस कुंड में स्नान करने से सही हो गयी है।
स्वाबी बाबा कुंड के पास ही स्वामी बाबा का मंदिर है जिनके नाम पर इस कुंड का नाम स्वामी बाबा कुंड पड़ा, श्रद्धालूं स्वामी बाबा कुंड में स्नान करने के बाद स्वामी बाबा मंदिर के दर्शन करते हैं और स्वामी बाबा से प्रार्थना करते हैं कि उनकी जो समस्या है वो ज़ल्द से ज़ल्द ठीक हो जाये।
स्वामी बाबा कुंड Swami Baba Kund Tarauli Mathura पर सोमवार के दिन स्नान करने का महत्व माना गया है, इसलिए हर सोमवार को भक्त इस कुंड में स्नान करने और स्वामी बाबा के दर्शन करने को आते हैं । प्रत्येक सोमवार को यहाँ एक छोटा सा मेला भी लगता है जिसमे आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद, नास्ता, मिठाई व बच्चों के खिलोने इत्यादि खरीदने का अवसर मिल जाता है।
स्वामी बाबा मंदिर पर दिवाली के बाद कार्तिक माह में देवउठान की एकादसी से लेकर पूर्णिमा तक 5 दिन का विशाल मेला लगता है, इस में मेले में हजारो दुकान, झूले, चरख , अवं मंडली जैसी व्यवस्थाये होती हैं । तथा शाम के टाइम पर मंदिर से थोड़ी दुरी पर पहलवानों की कुश्ती का दंगल भी होता है जिसमे बड़े बड़े पहलवान आते है और अपनी कुश्ती लड़ते हैं।
स्वामी बाबा मेला के दिन हजारों भक्त स्वामी बाबा कुंड Swami Baba Kund Tarauli Mathura में स्नान करते हैं तथा मेले का भी खूब आनंद लेते हैं, स्वामी बाबा का मेला सभी क्षेत्रवासियों के लिए एक तरह से त्यौहार जैसा माहोल बना देता हैं और मंदिर के अस पास के गाँव के लोग इस मेले का खूब आनंद उठाते हैं।
स्वामी बाबा कुंड व मंदिर का इतिहास
स्वामी बाबा मंदिर व कुंड Swami Baba Kund Tarauli Mathura का इतिहास कुछ इस प्रकार है की तारक नाम का एक राक्षस था जिसका अत्याचार आये दिन बढ़ता जा रहा था, उसके अत्याचारों से परेशान होकर सभी देवता भगवन शिव और पार्वती के पुत्र स्वामी कार्तिकेय के पास पहुंचे और उन्हें बताया की तारक नाम के राक्षस का अत्याचार बहुत बढ़ गया है।
सभी देवी देवताओं की बात सुनने के बाद कार्तिकेय ने तारक नाम के राक्षस को मारने का प्राण ले लिया था, तारक राक्षस ने भी तपस्या करने बाद न मरने का वरदान प्राप्त किया हुआ था जिसके कारन वो धरती पर इतना अत्याचार कर रहा था।
स्वामी कार्तिकेय तथा तारक राक्षस के बिच में काफी घमासान युध्ह हुआ और इस यौद्ध के दौरान कार्तिकेय ने तारक नाम के राक्षस को पानी के अन्दर मार दिया था जिस ज़गह पर अभी Swami Baba Kund Tarauli Mathura स्वामी बाबा कुंड बना हुआ हैं, इसी राक्षस के नाम पर इस गाँव का नाम तरौली पड़ा और बाद में इस कुंड से स्वामी बाबा की मूर्ति मिली और फिर उनके मंदिर का निर्माण कराया गया।
स्वामी बाबा कुंड व मंदिर तरौली गाँव से थोडा अलग शांत इलाके में बना हुआ है जहाँ भक्त आराम से पानी पूजा पाठ करते है, मंदिर पास ही एक गौशाला है जिसमे गायों की सेवा का कार्य चलता है तथा यहाँ पर स्वामी बाबा के नाम से एक कॉलेज भी है।
स्वामी बाबा कुंड व मंदिर कैसे पहुंचें
स्वामी बाबा कुंड मथुरा Swami Baba Kund Tarauli Mathura जिल्हे की छाता तहसील के अंतर्गत चौमुहां ब्लोक में तरौली गाँव में अकबरपुर शेरगढ़ मार्ग पर स्थित है, मंदिर पर पहुँचाने के लिए बहुत बढ़िया रोड की व्यवस्था है जिसके ज़रिये आप स्वामी बाबा कुंड तक पहुच सकते है।
सड़क मार्ग : स्वामी बाबा कुंड तक पहुँचने के लिए नेशनल हाईवे 19 के ज़रिये आगरा या दिल्ली की तरफ से आने पर अकबरपुर से अकबरपुर शेरगढ़ मार्ग से तरौली गाँव पहुंचा जा सकता है, इसके अलावा नॉएडा आगरा एक्सप्रेसवे के माध्यम से भी बाजना कट से शेरगढ़ होते हुए Swami Baba Kund Tarauli Mathura स्वामी बाबा कुंड तरौली में आ सकते है।
रेल मार्ग : देश के किसी भी शहर से रेल द्वारा मथुरा पहुँच कर स्वामी बाबा कुंड तक पहुँच सकते हैं, मथुरा से स्वामी बाबा कुंड की दुरी लगभग 30 किलोमीटर है और इस दुरी को तय करने में कर 30 मिनिट का समय लग सकता हैं । स्वामी बाबा कुंड Swami Baba Kund Tarauli Mathura के नजदीकी रेलवे स्टेशन आझई, छाता तथा कोसी भी हैं लेकिन यहाँ पर सभी ट्रेन नही रूकती हैं इसलिए अपनी गाड़ी के स्टॉप के बारे में पहले से जानकारी कर लें।
हवाई मार्ग : स्वामी बाबा कुंड Swami Baba Kund Tarauli Mathura पर पहुँचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा आगरा है जहाँ से स्वामी बाबा कुंड की दुरी लगभग ८० किलोमीटर है, और दूसरा हवाई अड्डा दिल्ली है जहाँ से स्वामी बाबा कुंड पहुंचा जा सकता है और दिल्ली से स्वामी बाबा कुंड की दुरी करीब 140 किलोमीटर है।
ध्यान रखें : स्वामी बाबा कुंड तरौली मंदिर Swami Baba Kund Tarauli Mathura एक गाँव में हैं तो समय से मंदिर पहुंच जायें और समय से बापस हो जायें क्यूंकि यहाँ पर होटल की व्यवस्था नही जहाँ पर रुक सकें, होटल की व्यवस्था आपको स्वामी बाबा कुंड से करीब 20 किलोमीटर की दुरी पर वृन्दावन में प्रेम मंदिर के आस पास व मथुरा में मिल जाएगी।
~ About Author
Tejveer Singh
राधे-राधे, और मेरे ब्लॉग वेबसाइट पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, मेरा जन्म वृन्दावन के पास एक गाँव में हुआ था और मैं भी आपकी तरह राधारानी और श्री कृष्ण का भक्त हूँ। और मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे इस पवित्र भूमि पर, मेरे ब्रजधाम की ब्रजभूमि में जन्म दिया, इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपको अपने ब्रजधाम की सुंदरता, यहां के मंदिर, भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं और ब्रजभूमि में रहने वाले सभी संतों से अवगत कराऊंगा। आपका प्यार और समर्थन मेरे लिए बहुत मायने रखता है।